
आज महाविद्यालय में गणेश चतुर्थी के अवसर पर IQAC और Social Work Committee के संयुक्त तत्वाधान में “इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा निर्माण” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं के बीच POP के द्वारा बनाये गए मूर्ति से पर्यावरण को नुकसान को लेकर जागरूकता फैलाना था।
Social Work Committee की Co-Ordinator Miss. अनिका सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में इस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। उन्होंने बताया की गणेश चतुर्थी के अवसर पर POP से बनी हजारों गणेश प्रतिमाएं पानी में डुबायी जाती हैं। चूंकि POP एक Non-Biodegradable Elements है, यह बहुत सारे प्रदूषक पैदा करता है। दूसरी ओर कागज से बनी गणेश मूर्ति पानी में डूबे रहने पर भी पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। प्राकृतिक सामग्री जैसे मिट्टी, कागज, प्राकृतिक फाइबर और अन्य Biodegradable Elements से इन मूर्तियों को बनाने पर यह पर्यावरण को लेकर अनुकूल और सबके लिए सुरक्षित होती हैं। कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रतियोगिता में भाग लिया और प्राकृतिक सामग्री जैसे मिट्टी, कागज इत्यादि से भगवान गणेश की प्रतिमा बनाया। इस प्रतियोगिता में B.Sc.-III से मंजू, चंचल और गीतेश्वर (M.Sc. Botany), B.Sc.-III से ही अदिति और सपना, B.Sc.-I से अजीत तथा B.Sc.-I से आकांक्षा कश्यप और नंदिनी विश्वकर्मा का ग्रुप शामिल हुआ था।
इस कार्यक्रम में जज के रूप में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी स्कूल, उदयपुर की शिक्षिका सुश्री श्रुतिका मुद्गल और राजपुर स्कूल शिक्षिका श्रीमती चंदा जायसवाल शामिल हुई। जजों के फैसले के बाद प्रतियोगिता में नंदनी विश्वकर्मा और आकांक्षा कश्यप और नंदिनी विश्वकर्मा का ग्रुप पहले नंबर पर रहा। महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, आईक्यूसी समन्वयक श्री बिनय अंबष्ठ, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक और कार्यालयीन स्टाफ ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में सोशल वर्क कमेटी के सदस्यों का अमूल्य योगदान रहा।
कार्यक्रम की कुछ झलकियां





