
महाविद्यालय के कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग, कला संकाय और वाणिज्य और प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित कुमेली घाट का शैक्षणिक भ्रमण अत्यंत सफल और ज्ञानवर्धक रहा। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को कक्षा के बाहर व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था, जिसमें पर्यावरण, जैव विविधता और पारिस्थितिकी का अध्ययन शामिल था।
सूरजपुर जिले में स्थित कुमेली घाट, पिंगला नदी पर बना एक खूबसूरत जल प्रपात है, जो 70 फीट की ऊंचाई से गिरते जल और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इस भ्रमण के दौरान छात्रों को पर्यावरणीय जागरूकता, जैव विविधता और भूगोल के व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी दी गई।
इस भ्रमण में कला संकाय की सुश्री ममता दुबे ने भूगोल के छात्रों को अपारदन और भू-आकृतियों की जानकारी दिया, जबकि रसायन शास्त्र की सुश्री रुबीना खातून ने जलीय जीवों, वनों की जैव विविधता और पौधों की प्रजातियों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। वाणिज्य विभाग की सुश्री करिश्मा यादव ने छात्रों को क्षेत्रीय पर्यावरणीय संसाधनों का विश्लेषण कराया, और कंप्यूटर साइंस व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख श्री संदीप डे और श्री वेद प्रकाश ने पर्यावरणीय आंकड़ों के तकनीकी विश्लेषण के विषय में जानकारी दी।
भ्रमण के अंतिम चरण में एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी श्री विनितेश गुप्त के नेतृत्व में छात्रों ने क्षेत्र की सफाई कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस सफाई अभियान में पॉलीथिन और कचरे का विधिवत निस्तारण किया गया और पर्यटक स्थलों को साफ रखने के लिए जागरूकता फैलाई गई।
सहायक प्राध्यापकों श्री विनोद चौधरी, सुश्री अनुराधा एक्का, सुश्री ललिता, सुश्री अंशिका सिंह, श्रीमती शालिनी सिन्हा, श्रीमती मोमिता दास और सुश्री पल्लवी तिरोले ने भी इस कार्यक्रम में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह भ्रमण छात्रों के लिए पर्यावरणीय जागरूकता और टीम वर्क को बढ़ावा देने वाला अनुभव साबित हुआ। व्यावहारिक शिक्षा के माध्यम से यह यात्रा न केवल छात्रों की समझ को बढ़ाने में सहायक रही, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी रुचि और प्रतिबद्धता को भी प्रोत्साहित किया।
इस कार्यक्रम की कुछ प्रमुख झलकियां इस प्रकार रही –








