
महाविद्यालय में दीपावली के शुभ अवसर पर विविध सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन उत्साह और उमंग के साथ सम्पन्न हुआ। इन आयोजनों में कल्चरल क्लब और आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में रंगोली प्रतियोगिता, दिया सजाओ प्रतियोगिता और “कुछ मीठा हो जाए” प्रतियोगिता का आयोजन प्रमुख रहे।
रंगोली प्रतियोगिता में महाविद्यालय के विभिन्न सेमेस्टरों के विद्यार्थियों ने अपनी कला और रचनात्मकता का शानदार प्रदर्शन किया। रंग-बिरंगी रंगोलियों में दिवाली के उत्सव की सुंदरता और संस्कृति की झलक साफ दिखाई दी। इसी प्रकार, दिया सजाओ प्रतियोगिता में छात्रों ने विभिन्न सामग्रियों जैसे रंग, मोती, और चमक से दीयों को सजाकर पारंपरिक दीपावली सजावट को एक नया आयाम दिया। “कुछ मीठा हो जाए” प्रतियोगिता में छात्रों ने स्वादिष्ट और विविध प्रकार की मिठाइयां बनाईं, जिनमें भारतीय त्योहारों की मिठास की झलक देखने को मिली। निर्णायक मंडल में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन और प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा रहे, जिन्होंने प्रत्येक प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्रदान किया।
इसके साथ ही महाविद्यालय में लक्ष्मी पूजा का आयोजन भी पूरे विधि-विधान के साथ किया गया। इस अवसर पर डायरेक्टर, प्राचार्य, समस्त शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं, और अन्य कर्मचारी एकत्रित हुए और देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर सुख, समृद्धि, और शांति की कामना की। महाविद्यालय परिसर को आकर्षक रूप से दीपों, रंगोली और फूलों से सजाया गया था, जिससे पूरे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ और दीपावली का उल्लास हर ओर बिखरा।
डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन ने इस शुभ अवसर पर सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और इस त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दीपावली बुराई पर अच्छाई, अज्ञानता पर ज्ञान, और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा ने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि वे भी अपने जीवन में ज्ञान और सकारात्मकता का प्रकाश फैलाएं और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ें। इसके पश्चात सभी के लिए प्रसाद वितरण और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया गया, जिससे महाविद्यालय का माहौल और भी आनंदमय हो गया।
इन कार्यक्रमों की सफलता में महाविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा। हर विभाग के प्राध्यापकों और अन्य सहयोगियों ने अपने मार्गदर्शन और समर्थन से सभी आयोजनों को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन आयोजनों ने न केवल छात्रों की रचनात्मकता और संस्कृति के प्रति प्रेम को प्रोत्साहित किया बल्कि महाविद्यालय में आपसी सामंजस्य और सद्भावना को भी बढ़ावा दिया।
कुल मिलाकर, दीपावली के इस विशेष अवसर पर आयोजित ये सभी कार्यक्रम महाविद्यालय में उत्साह और उल्लास का प्रतीक बने, जिनसे विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों के बीच आपसी सहयोग और सद्भावना को एक नया रूप मिला। इस अवसर ने सभी को एक साथ आने, खुशियों का आदान-प्रदान करने और दीपावली की खुशी मनाने का अवसर दिया, जो महाविद्यालय के सभी सदस्यों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।
















