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इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का अध्ययन केन्द्र के.आर.टेक्निकल काॅलेज अम्बिकापुर में सत्र जुलाई 2023 के प्रवेश की अंतिम तिथि 21 अगस्त 2023 है। इग्नू मे प्रवेश प्रक्रिया सरल होने के कारण आर्थिक दृष्टि से कमजोर विद्यार्थी भी आसानी से इग्नू के विभिन्न डिग्री/डिप्लोमा कोर्सेस कर सकते है। साथ ही बी. ए., बी.काॅम, पी.जी.सी.सी.एल. और पी.जी.डी.सी.जे., कोर्स करने वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए निःशुल्क नामांकन का प्रावधान है। विदित हो कि के.आर.टेक्निकल काॅलेज अम्बिकापुर में इग्नू के पाठ्यक्रम एम.ए.आर.डी, एम.एस.ओ., एम.एस.डब्ल्यू., पी.जी.डी.आर.डी, बी.ए, बी. काॅम, डी.एन.एच.ई, सी.एच.आर., पी.जी.सी.सी.एल., पी.जी.डी.सी.जे., सी.ई.एस., सी.एफ.एन., सी.आई.टी., सी.आई.जी., बी.बी.पी. एवं सर्टिफिकेट प्रोग्राम में छात्रों का पंजीयन होता है, जिसमे सत्र जुलाई 2023 के लिए प्रवेश प्रारंभ है।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अद्यतन अधिसूचना के अनुसार डिग्री स्तर के दो कार्यक्रम एक साथ किये जा सकते हैं । इसके अनुसार परंपरागत शिक्षा संस्था में डिग्री स्तर में नामांकित छात्र अब साथ-साथ दूरस्थ संस्थान में डिग्री की पढ़ाई कर सकते हैं। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज सतहत्तरवां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय में ध्वजारोहण, राष्ट्रगान, भाषण, गायन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आज के इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा, आईक्यूएसी समन्वयक अफ़रोज़ अंसारी, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक, कार्यालयीन स्टाफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। सभी की उपस्थिति में महाविद्यालय के प्रांगण में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा विधि विधान से पूजन कर ध्वजारोहण किया गया तत्पश्चात् सभी के द्वारा राष्ट्रगान गाया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा महाविद्यालय परिवार और छात्र-छात्राओं को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दिया गया। उन्होंने कहा कि हमें आजादी के महत्व को समझना बहुत जरूरी है। इसके लिए हमें प्राचीन भारत के इतिहास, मध्यकाल के इतिहास और आधुनिक भारत के इतिहास को जानना और समझना होगा तभी हम गुलामी की मानसिकता से ऊपर उठ सकते हैं। उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य, आचार्य चाणक्य, पृथ्वीराज चौहान और एपीजे अब्दुल कलाम के उदाहरणों के माध्यम से अपनी बातों को रखा। आगे उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप लोग नियमित रूप से महाविद्यालय आए और विद्या अध्ययन कर देश के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में भारत की पहचान एक उदार देश के रूप में हैं। कोरोना काल में भारत ने अपनी उदारता से पूरे देश में कोरोना वैक्सीन बांटने का कार्य किया। हमें घर में,परिवार में, समाज में उदार होना चाहिए, लेकिन जब बात राष्ट्र की सुरक्षा की हो तो बिल्कुल भी उधार नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को संकल्प दिलाया कि हम सभी मिलकर राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग करेंगे। अगली कड़ी में महाविद्यालय के बीसीए द्वितीय वर्ष के छात्र दुर्गेश प्रजापति के द्वारा देशभक्ति गीत का शानदार प्रस्तुति दिया गया।अगली कड़ी में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा ने आजादी के महत्व को बताते हुए कहा कि जिस आजादी के लिए हमारे देश के लाखों वीर-सपूतों ने कुर्बानियां दीं, जिस आजादी की कल्पना करके उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया, क्या हम उस आजादी का मतलब समझते हैं? आजाद भारत के नागरिक तो हैं, लेकिन एक आदर्श नागरिक का जो कर्तव्य और आचरण होना चाहिए, क्या वह हमारे अंदर है? एक आजाद देश में हमें जो अधिकार मिले हैं, हम उसका सदुपयोग कर रहे हैं? उन्होंने कहा की आखिर हमें आजादी क्या इसीलिए मिली है कि मौका मिलते ही हम नियम-कानून को अपने हाथ में लेकर अपनी मनमर्जी करें? अपनी सुख-सुविधाओं की खातिर दूसरों के अधिकारों का हनन करें? मौका मिलते ही जाति और धर्म के नाम पर एक-दूसरे के खून के प्यासे होकर दंगे करें? क्या हमारे लिए यही है आजादी का मतलब? क्या आजादी का मतलब राह चलती महिलाओं-लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करना, अपने पड़ोसियों को परेशान करना, करप्शन को बढ़ावा देना है? अगर हमारे लिए आजादी के यही मायने हैं, तो माफ करिए, इससे अच्छा तो हम आजाद ही न हुए होते। आज आजादी की 77वीं सालगिरह पर आइए हम जरा अपनी गिरेबां में झांकें और तय करें कि हमारे लिए आजादी का मतलब क्या है। आजादी का मतलब यह नहीं है कि हमारे लिए संविधान में जो अधिकार मिले हैं, उसका हम दुरुपयोग करें। हमारे देश के संविधान निर्माताओं ने हम अच्छे नागरिक के तौर पर या सभ्य नागरिक के रूप में रहें, इसलिए कानून बनाया है। अगर आम जनता को परेशानी होती है, तो होती रहे। हमें इससे क्या मतलब। हम अपने निजी और धार्मिक प्रोग्राम को जब चाहें पब्लिक प्लेस पर करेंगे। रातभर तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाकर लोगों की नींद हराम करेंगे। पब्लिक की सुविधा के लिए बनाई गई चीजों का हम दुरुपयोग करेंगे। क्योंकि, हम आजाद हैं। जी हां, हम में से ज्यादातर लोग आजादी का मतलब यही समझते हैं। लोग इस तरह भी आजादी का दुरुपयोग कर रहे हैं। लेकिन, जरा सोचें कि क्या यही हैं हमारे लिए आजादी के मायने? अगली कड़ी में महाविद्यालय की छात्रा शारदा दिवाकर बीकॉम द्वितीय वर्ष एवं प्रीति मुरूम बी ए तृतीय वर्ष की छात्रा के द्वारा देशभक्ति गीतों पर समूह नृत्य किया गया।कार्यक्रम के अंत में सहायक प्राध्यापक हिंदी श्री विनोद चौधरी के द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि आज हम सतहत्तर वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। दो सौ वर्षों की गुलामी के बाद आज ही के दिन हमारा देश ब्रिटिश साम्राज्य की दास्तां से मुक्त हुआ था।हमारे देश के सभी स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर भारत को आजादी दिलाई थी ‌। आजादी की लड़ाई में सभी महापुरुषों का अपना अलग-अलग योगदान है। हमें सभी महापुरुषों का सम्मान करना चाहिए। आज के दिन हम सभी को राष्ट्र रक्षा तथा राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेना चाहिए साथ ही संविधान में जो लिखा है उसी का पालन करना चाहिए यही हमारा धर्म और कर्तव्य होना चाहिए। उन्होंने आगे अपने द्वारा स्वरचित मौलिक कविता तिरंगा का पाठ प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का सफल संचालन और आभार प्रदर्शन स्वीप और राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी और सहायक प्राध्यापक हिंदी श्री विनीतेश गुप्त के द्वारा किया गया। ... See MoreSee Less
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आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की महाविद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक बधाई व शुभकामनायें। इस अवसर पर हम स्वतंत्रता संग्राम में मातृभूमि की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों एवं देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों को श्रद्धापूर्वक नमन करते है।Ritesh Verma Rinu Jain ... See MoreSee Less
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'अंतराष्ट्रीय युवा दिवस' पर राष्ट्र के सभी युवाओं को महाविद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।आज के दिन हम सभी युवाओं से अपेक्षा करते है कि आप हमेशा कुछ नया सीखते रहे और संवेदनशीलता के साथ समाज और देश के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहें। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के लिए चेन्नई की कंपनी सीपाका के एक मेडिकल टीम ने कॉलेज का दौरा किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, आईक्यूएसी प्रभारी अफरोज अंसारी, रेडक्रॉस क्लब के समन्वयक श्री संदीप डे और महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।कार्यक्रम में अपने स्वागत उद्बोधन में प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा ने सीपाका कम्पनी के मेडिकल टीम का महाविद्यालय में हार्दिक स्वागत किया और छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को हमेशा किसी भी विषम परिस्थिति में अपनी और दुसरो की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और इसके लिए इस तरह के कार्यक्रम से आपको मदद मिल सकती है। आप सभी हमेशा अपनी क्षमता के अनुसार दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहें।उसके बाद मेडिकल टीम ने बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया। उन्होंने सीपीआर के उद्देश्य, सीएबी दृष्टिकोण, सीएबी परिसंचरण वायुमार्ग श्वास, अस्तित्व की श्रृंखला, वयस्क सीपीआर करने के लिए क्रियाओं के बारे में विस्तार से बताया। इसके साथ ही मेडिकल टीम ने छात्रों को ग्रुप में बाट कर एक प्रतियोगिता भी संपन्न किया। इस प्रतियोगिता में बीसीए प्रथम का ग्रुप उपविजेता और बीसीए द्वितीय का ग्रुप विजेता रहा।महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन ने विजेता और उपविजेता टीम को पुरुस्कृत किया। कार्यक्रम के अंत में श्री संदीप डे के द्वारा मेडिकल टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का सफलतापूर्ण संचालन आईक्यूएसी प्रभारी अफरोज अंसारी ने किया। ... See MoreSee Less
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आदिवासी समाज पर्यावरण के संरक्षक है, कला, संस्कृति और परंपराओं के संवर्धन और राष्ट्र निर्माण में भी वे अग्रणी हैं। आईये आज इस अवसर पर हम उनके अधिकारों को संरक्षित करने तथा उनके उत्थान का संकल्प दोहराएँ।विश्व आदिवासी दिवस की आप सभी को महाविद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। ... See MoreSee Less
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आज महाविद्यालय में सभी विद्यार्थियों को जागरूक करने एवं द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्रदान करने के साथ साथ शत् प्रतिशत मतदान हेतु जागरूक करने प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के द्वारा नोडल प्राध्यापक श्री विनितेश गुप्त के उपस्थिति में मतदाता शपथ दिलाया गया। इस दौरान सभी विभागों के विभाग प्रमुख, सहायक प्राध्यापक और कार्यालयीन स्टॉफ मौजूद थे।#sveep_surguja ... See MoreSee Less
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UG ADMISSION OPEN 2023-24:सत्र 2023-24 में संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर के संबद्ध केआर टेक्निकल कॉलेज अंबिकापुर में संचालित स्नातक (BCA, BBA, B.Sc. Bio, B.Sc. Mathematics, B.Sc. Computer Science, B.Com., B.Com. Computer Application, BA और BA Computer Application) के प्रथम वर्ष एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम (DCA) में प्रवेश हेतु विश्वविद्यालय के पोर्टल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया प्रारंभ है।ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक:www.sggcg.in/public/home/admission_sec/7सत्र 2023-24 में हमारे महाविद्यालय में प्रवेश हेतु जानकारी के लिए 8435061866, 9926020334 और 9926513170 पर हमारे कैरियर सलाहकार से बात करें या महाविद्यालय में आकर मिलें या हमें 07774359587 पर व्हाट्सएप्प करें। ... See MoreSee Less
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सरगुजा का अभियान!शतप्रतिशत मतदान!!Chief Electoral Officer, Chhattisgarh ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज आइक्यूएसी और हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभाकक्ष में व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। जिसमें आइक्यूएसी के समन्वयक मो. अफरोज अंसारी, सभी विभागों के विभाग प्रमुख, सहायक प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन एवं प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा ने हिंदी विभाग को सफल आयोजन हेतु बधाई दिया।कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के छायाचित्र के सामने पुष्प अर्पित तथा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के आईक्यूएसी के समन्वयक मोहम्मद अफरोज अंसारी ने कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद जी को याद करते हुए कहा कि वह एक मार्गदर्शक साहित्यकार के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी लेखों, कहानियों और उपन्यासों के माध्यम से भारतीय जनमानस में चेतना जागृत करने का काम किया। हमें उनकी साहित्य को गंभीरता पूर्वक पढ़कर उसके अंदर के विचारों को आत्मसात करना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने सभी को अपनी ओर से शुभकामनाएं दी।अगली कड़ी में हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री विनोद चौधरी ने कथाकार मुंशी प्रेमचंद जी का संपूर्ण जीवन और साहित्यिक परिचय विस्तार से प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि मुंशी प्रेमचंद जी एक गरीब और अभावग्रस्त परिवार में पले बढ़े थे, उन्होंने बचपन से ही बहुत तकलीफ देखा था और उस स्थिति से निकलकर एक महान साहित्यकार बनकर लोगों के प्रेरणास्रोत बने। उनके लेख, कहानियां और उपन्यास भारतीय समाज का यथार्थ चित्र प्रस्तुत करते है। उन्होंने बताया कि कहानी और उपन्यास साहित्य को जनचेतना से जोड़ने का काम मुंशी प्रेमचंद जी ने किया। उन्होंने सदियों से पद- दलित, अपमानित और शोषित चरित्र को नायक-नायिकाओं के रूप में उभार कर जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। श्री चौधरी जी ने बताया कि मुंशी प्रेमचंद का जीवन संघर्ष भरा रहा है, कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए शिक्षा अध्ययन किया और शिक्षा विभाग में सब इंस्पेक्टर बने। महात्मा गांधी के आह्वान पर नौकरी से त्यागपत्र देकर संपूर्ण जीवन साहित्य साधना में लगा दिया। अपने जीवन काल में उन्होंने माधुरी, हंस, जागरण और मर्यादा जैसे लब्ध प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया। एक दर्जन से अधिक उपन्यास, तीन सौ से अधिक कहानियां एक हजार से अधिक लेख, निबंध तथा नाटक हिंदी तथा उर्दू भाषा लिखे। तत्कालीन समाज में व्याप्त कुरीतियों, अंधविश्वास, छुआ-छूत, जाति-प्रथा, अनमेल विवाह, दहेज प्रथा, महाजनी सभ्यता, जमींदारों और मील मालिकों के द्वारा किए जाने वाले शोषण चक्र का यथार्थ चित्र प्रस्तुति किया। उनके साहित्य के द्वारा 1900 से 1936 तक के भारतीय समाज और स्वतंत्रता आंदोलन का यथार्थ रूप का दर्शन हमें प्राप्त होता है। उनके साहित्य का अनुवाद विश्व की लगभग तमाम भाषाओं में किया जा चुका है और अनेकों शोध कार्य हो चुके है और आज भी चल रहा है।अगली कड़ी में महाविद्यालय के हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री विनितेश गुप्त ने मुंशी प्रेमचंद के कुछ उपन्यासों और कुछ कहानियों का विस्तार से सार प्रस्तुत किया। सबसे पहले उन्होंने सेवासदन उपन्यास के वैश्यावृति समस्या पर प्रकाश डाला। उसके बाद गबन उपन्यास में व्याप्त नारी की आभूषण प्रियता और कर्ज और गबन करके इच्छापूर्ति की समस्या पर प्रकाश डाला। इसके बाद निर्मला उपन्यास में व्याप्त दहेज प्रथा और अनमेल विवाह की समस्या को भी बताया। रंगभूमि और कर्मभूमि में पूंजीवादी व्यवस्था और स्वतंत्रता आंदोलन को भी बताया। इसके बाद उनका सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यास गोदान के मुख्य-मुख्य चरित्रों पर प्रकाश डाला, उन्होंने मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित कहानी पुस की रात, ईदगाह, बूढ़ी काकी, नमक का दरोगा, बड़े भाई साहेब, कफन कहानी की संक्षिप्त में समीक्षा प्रस्तुत किया।उक्त आयोजन में मंच का सफल संचालन हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री विनीतेश गुप्त के द्वारा किया गया। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के अंतिम दिन का व्याख्यान संपन्न हुआ। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा के द्वारा पीएचडी परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर महाविद्यालय के सभा कक्ष में आज 28 जुलाई को महाविद्यालय के आइक्यूएसी सेल और रिसर्च सेल के संयुक्त तत्वाधान में रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक एवं अन्य जगहों से आए प्रतिभागी उपस्थित थे।आज के इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ.अखिलेश द्विवेदी, प्रोफेसर, शासकीय राजमोहिनी देवी गर्ल्स महाविद्यालय अंबिकापुर रहे, जिनके द्वारा राइटिंग रिसर्च रिपोर्ट विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के द्वारा आमंत्रित वक्ता डॉ.अखिलेश द्विवेदी का सम्मान महाविद्यालय के परंपरा के अनुरूप पौधा देकर किया गया। कार्यक्रम के शुरुआत में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा डॉ.अखिलेश द्विवेदी का हार्दिक स्वागत करते हुए उनके सम्मान में उनके द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा सभी के समक्ष प्रस्तुत करने के साथ विगत चार दिनों से चल रहें कार्यक्रम के बारें में मुख्य वक्ता को परिचय कराया तथा सेमीनार के लिए मुख्य वक्ता को व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को ध्यान से बातों को सुनने और उसे आत्मसात करने की बात कही। अगली कड़ी में आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ अखिलेश द्विवेदी ने कहा कि मैं महाविद्यालय का इस आयोजन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। इस प्रकार के शोध आयोजन से शोधार्थियों को विशेष लाभ प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि एक शोध रिपोर्ट लिखना एक तकनीकी कार्य है क्योंकि इसके लिए शोधकर्ता की ओर से कौशल की आवश्यकता होती है साथ ही काफी प्रयास,धैर्य और पाठ समस्या पर समग्र दृष्टिकोण डाटा और विश्लेषण के साथ-साथ भाषा की निष्पक्षता की आवश्यकता होती है।एक शोध रिपोर्ट लिखने में पर्याप्त योजना और तैयारी की एक बड़ी यात्रा शामिल है।इसके अलावा शोध रिपोर्ट की पूर्णता के लिए शोधकर्ता में विचारशीलता, रचनात्मकता और बुद्धिमत्ता के साथ सामंजस्य स्थापित करने का गुण होना आवश्यक है। एक अच्छे रिपोर्ट लेखक को हमेशा इच्छुक को अध्ययन के संपूर्ण परिणाम से अवगत कराकर समाज के साथ प्रभावी और उद्देश्य पूर्ण संचार के बारे में सचेत रहना चाहिए ताकि प्रत्येक पाठक को डाटा को समझने के लिए सुनिश्चित किया जा सके और निष्कर्ष की वैधता को समझने में उपयोगी बनाया जा सके।आगे उन्होंने सामूहिक रूपरेखा, अनुच्छेद रूपरेखा और वाक्य की रूपरेखा को विस्तार से बताया, साथ ही एक मानव शोध रिपोर्ट की रूपरेखा में उपयोगी तीन मुख्य भाग पूर्वगामी रिपोर्ट, रिपोर्ट की सामग्री तथा संदर्भ सामग्री को भी बताया। आगे उन्होंने बताया कि एक शोधकर्ता को शोध रिपोर्ट तैयार करते समय निष्पक्षता, भाषा की शुद्धता, त्रुटि मुक्त विवरण, पाद टिप्पणी के उद्धरण, ग्रंथ सूची, संक्षिप्तीकरण का उपयोग, शीर्षकों के आकार और पृष्ठांकन के ले आउट का कड़ाई से पालन करना चाहिए।अगली कड़ी में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने सबको सम्बोधित करते हुए कहा की इस पांच दिवसीय सेमिनार में आप सभी जरूर लाभान्वित हुए होंगे बस आप अपने रिसर्च के लिए लगातार काम करते रहें और पढ़ना कभी भी ना छोड़ें। उन्होंने संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होने वाली पीएचडी प्रवेश परीक्षा में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को अग्रिम शुभकामनायें दी। अगली कड़ी में महाविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक सुश्री आशा मुनि दास के द्वारा आमंत्रित वक्ता डां अखिलेश द्विवेदी का आभार व्यक्त किया गया और वक्ता के द्वारा बताये गए तथ्यों का सार प्रस्तुत किया गया। महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा और आमंत्रित वक्ता डॉ.अखिलेश द्विवेदी के द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के परंपरा के अनुसार महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा आमंत्रित वक्ता डॉ.अखिलेश द्विवेदी को स्वामी विवेकानंद का पुस्तक भेंट स्वरूप देकर सम्मानित किया । इस कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापक सुश्री प्रज्ञा सिंह राजपूत के द्वारा किया गया। ... See MoreSee Less
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आप सभी को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।आइए, इस पुनीत अवसर पर हम सभी प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण कर प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लें। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के चौथे दिन का व्याख्यान संपन्न हुआ। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा के द्वारा पीएचडी परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर महाविद्यालय के सभा कक्ष में आज 27 जुलाई को महाविद्यालय के आइक्यूएसी सेल और रिसर्च सेल के संयुक्त तत्वाधान में रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के चौथे दिन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक एवं अन्य जगहों से आए प्रतिभागी उपस्थित थे।आज के इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ.साकेत रंजन प्रवीर, प्रोफेसर, कृष्टु जयंती कॉलेज बेंगलुरु कर्नाटक रहे, जिनके द्वारा सेंपल डिजाइन, डाटा कलेक्शन एण्ड एनालाइज विषय पर आनलाइन प्लेटफार्म पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम के शुरुआत में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा डॉ.साकेत रंजन प्रवीर का हार्दिक स्वागत करते हुए उनके सम्मान में उनके द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा सभी के समक्ष प्रस्तुत करते हुए आज के सेमीनार के लिए मुख्य वक्ता को व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया । अगली कड़ी में आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ.साकेत रंजन प्रवीर ने बताया कि एक शोध डिजाइन एक व्यापक योजना है जो अनुसंधान परियोजना के उद्देश्यों को महसूस करने के लिए क्या किया जाना है इसके लिए दिशा निर्देश प्रदान करता है। दूसरे शब्दों में एक अनुसंधान परियोजना को निष्पादित करने के लिए एक मास्टर प्लान है। डिजाइन अनुसंधान एक परियोजना के कामकाज की रूपरेखा है यह एक अध्ययन के आवश्यक तत्वों का विवरण है जो परियोजना के संचालन के बुनियादी दिशा निर्देश प्रदान करता है। यह आर्किटेक्ट के काम के ब्लूप्रिंट के समान है। अनुसंधान डिजाइन व्यापक योजना या मॉडल के समान है जो बताता है कि संपूर्ण अनुसंधान परियोजना का संचालन कैसे किया जाएगा।यह वांछनीय है कि यह लिखित रूप में होना चाहिए और सरल और स्पष्ट रूप से कहा जाना चाहिए। वास्तविक परियोजना को पहले से निर्धारित अनुसंधान डिजाइन के अनुसार किया जाता है।अनुसंधान डिजाइन एक व्यापक ढांचा है जो अनुसंधान परियोजना के संचालन के कुल पैटर्न को बताता है। यह उद्देश्यों, डेटा संग्रह और विश्लेषण की विधियों,समय,लागत जिम्मेदारी, संभावित परिणामों और कार्यों को निर्दिष्ट करता है।डेटा संग्रह करने से पहले आपको यह भी तय करना चाहिए कि आप अपने डेटा को कैसे व्यवस्थित और संग्रहित करेंगे।आप जिन चरणों में रुचि रखते हैं उन्हें मापने या निरीक्षण करने के लिए अपनी चुनी हुई विधियों को लागू कर सकते हैं। आगे उन्होंने डेटा को कैसे व्यवस्थित रूप से संग्रहित करते हैं और उसका उपयोग अपने शोध कार्य में कैसे करते हैं इसका विस्तार से विभिन्न उदाहरणों और प्रमाणों के माध्यम से प्रयोग करके बताया। आगे उन्होंने सभी को अपनी ओर से असीम शुभकामनाएं दी।अगली कड़ी में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक एवं आईक्य एसी के समन्वयक मोहम्मद अफरोज अंसारी के द्वारा आमंत्रित वक्ता डॉ.साकेत रंजन प्रवीर का आभार व्यक्त किया गया और वक्ता के द्वारा बताये गए तथ्यों का सार प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के सहायक प्राध्यापक सुश्री प्रज्ञा सिंह राजपूत के द्वारा किया गया। ... See MoreSee Less
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भारतीय अंतरिक्ष व रक्षा अनुसंधान क्षेत्र को नई दिशा एवं नूतन आयाम प्रदान करने वाले महान वैज्ञानिक, मिसाइल मैन, पूर्व राष्ट्रपति, 'भारत रत्न' डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर उन्हें महाविद्यालय परिवार का शत शत नमन। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के तीसरे दिन का व्याख्यान संपन्न हुआ। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा के द्वारा पीएचडी परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर महाविद्यालय के सभा कक्ष में आज 26 जुलाई को महाविद्यालय के आइक्यूएसी सेल और रिसर्च सेल के संयुक्त तत्वाधान में रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के तीसरे दिन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक एवं अन्य जगहों से आए प्रतिभागी उपस्थित थे।आज के इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ.जयस्तु दत्ता प्रोफेसर संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर रहे, जिनके द्वारा रिसर्च क्वेश्चंस, ऑब्जेक्टिव्स, हाइपोथेसिस, रिसर्च डिजाइन विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के द्वारा आनलाइन प्लेटफार्म से जुड़े आमंत्रित वक्ता डॉ.जयस्तु दत्ता का सम्मान आभासी रूप से महाविद्यालय के परंपरा के अनुसार पौधा देकर किया गया।कार्यक्रम के शुरुआत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा ने आमंत्रित वक्ता डॉ.जयस्तु दत्ता का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा की अगर आपको पीएचडी क्षेत्र में आगे बढ़ना है तो सबसे पहले बहुत सारे शोध साहित्य को पढ़ना होगा और पीएचडी करने के लिए उसी में जो आपको खाली स्थान मिलेगा उसी में से विषय का चयन कर प्रश्न बनाने होंगे और उन प्रश्नों के समाधान अपने शोध प्रक्रिया से तैयार करना होगा तब जाकर आपका पीएचडी शोध पत्र पूरा होगा । पीएचडी करने पर आउटकम आना चाहिए तभी आपके रिसर्च की सार्थकता सिद्ध होगी। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को ध्यान से बातों को सुनने और उसे आत्मसात करने की बात कही। अगली कड़ी में आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ.जयस्तु दत्ता ने अपने संबोधन में कहा कि मैं महाविद्यालय परिवार को इस पीएचडी रिसर्च मेथोडोलाजी कार्यशाला के आयोजन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। सरगुजा जैसे पिछड़े क्षेत्र में यह एक बड़ी उपलब्धि है। पीएचडी एक अलग विषय और अलग डिग्री है जिसमें रिसर्च करके आउटकम देना होता है। आगे उन्होंने बताया कि अनुसंधान प्रश्नों का कार्य उस अज्ञात को निर्दिष्ट करना है जिसे आप अनावरण करना चाहते हैं तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि समस्या को कैसे पहचाना जाए यह निर्देशित करने के लिए कि क्या समान नहीं है। एक शोध प्रश्न एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर देने के लिए एक शोध परियोजना निर्धारित की जाती है। एक अच्छे अनुसंधान के प्रश्न सरल,स्पष्ट तथा छोटे होने चाहिए एवं प्रश्न निश्चित अर्थ वाले होने चाहिए जिससे सूचना स्पष्ट रूप से प्राप्त की जा सके। एक अनुसंधान डिजाइन एक तरह के डाटा का संग्रह और विश्लेषण के लिए सर्तों की व्यवस्था है,जो प्रक्रिया में अर्थव्यवस्था के साथ अनुसंधान उद्देश्य के लिए प्रासंगिकता को जोड़ती है। भिन्न-भिन्न उदाहरणों के माध्यम से उन्होंने अनुसंधान के प्रश्नों, अनुसंधान के उद्देश्य, अनुसंधान परिकल्पना और अनुसंधान डिजाइन को विस्तार से बताया। उन्होंने सभी पीएचडी प्रतिभागियों को अपनी ओर से असीम शुभकामनाएं दी।अगली कड़ी में महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक सुश्री दीपशिखा अम्बष्ट के द्वारा आमंत्रित वक्ता डॉ.जयस्तु दत्ताका आभार व्यक्त किया गया और वक्ता के द्वारा बताये गए तथ्यों का सार प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा डॉ.जयस्तु दत्ता से रिसर्च क्वेश्चंस,ऑब्जेक्टिव एंड हाइपोथेसिस विषय पर चर्चा की गई।इस कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री घनश्याम मैत्री के द्वारा किया गया। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के दुसरे दिन का व्याख्यान संपन्न हुआ। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा के द्वारा पीएचडी परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर महाविद्यालय के सभा कक्ष में आज 25 जुलाई को महाविद्यालय के आइक्यूएसी सेल और रिसर्च सेल के संयुक्त तत्वाधान में रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के दुसरे दिन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक एवं अन्य जगहों से आए प्रतिभागी उपस्थित थे।आज के इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. आनंद कुमार, सहायक प्राध्यापक, राजमोहिनी देवी कन्या शासकीय महाविद्यालय अंबिकापुर रहे, जिनके द्वारा आईडेंटिफाईंग द रिसर्च प्रोबलम एन्ड रिव्यु ऑफ लिटरेचर विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के द्वारा महाविद्यालय की परंपरा के अनुरूप आमंत्रित वक्ता डॉ.आनंद कुमार का स्वागत पुष्प का पौधा देकर किया गया।कार्यक्रम के शुरुआत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने डॉ. आनंद कुमार का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा की अगर आपको पीएचडी क्षेत्र में आगे बढ़ना है तो सबसे पहले रिसर्च प्रॉब्लम को जानना और समझना होगा और शोध साहित्य को पढ़ना होगा तभी हम लोग पीएचडी अच्छे से कर सकते हैं। पीएचडी करने में 6 माह का कोर्स वर्क करना पड़ता है और ढाई साल रिसर्च में लगाना पड़ता है तब जाकर पीएचडी कंप्लीट होता है । पीएचडी करने से आउटकम आना चाहिए तभी आपके रिसर्च की सार्थकता सिद्ध होगी। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को ध्यान से बातों को सुनने और उसे आत्मसात करने की बात को कहा। .अगली कड़ी में आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ आनंद कुमार ने बताया कि शोध समस्या से तात्पर्य ऐसे प्रश्नवाचक कथन से होता है जिसमें चरों के बीच कोई विशेष प्रकार के संबंध होने की कल्पना की जाती है। शोधकर्ता को एक बड़ा क्षेत्र चुनाव करना होता है जिसमें उसे अध्ययन करना है उस विषय क्षेत्र में उसकी गहरी रूचि हो तभी उसका शोध कामयाब होगा। आगे उन्होंने शोध साहित्य की समीक्षा के संबंध में बताया कि साहित्य समीक्षा शोध की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा की साहित्य समीक्षा के माध्यम से शोधकर्ता यह निश्चित करता है कि उसके द्वारा प्रस्तावित शोध से संबंधित विषय पर विचारणीय कार्य पहले भी हो चुका है या नहीं इसके लिए वह शोध विषय क्षेत्र से संबंधित विविध साहित्य का अवलोकन करता है। शोध समीक्षा एक सतत प्रक्रिया है शोध प्रक्रिया के पहले चरण में किसी विषय की खोज और अध्ययन करना शामिल होता है। यह एक विषय पर ज्ञान का आधार प्रदान करने वाली पुस्तकों, विद्वानों के लेखों और किसी विशिष्ट विषय से संबंधित अन्य स्रोतों का एक व्यवस्थित और व्यापक विश्लेषण है। आगे उन्होंने साहित्य समीक्षा की आवश्यकता, साहित्य समीक्षा के उद्देश्य, साहित्य समीक्षा के स्रोत, साहित्य समीक्षा की उपयोगिता व महत्व तथा साहित्य समीक्षा से संबंधित पत्र पत्रिकाएं,पाठ्य पुस्तकों, प्रकाशन संस्थान के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही साथ उन्होंने ऑनलाइन टूल्स की सहायता से अपने लिटरेचर को रिव्यु किस प्रकार करें, इसकी भी जानकारी दीं। अंत में उन्होंने सभी पीएचडी प्रतिभागियों को अपनी ओर से असीम शुभकामनाएं दी।अगली कड़ी में महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री सूरज मिश्रा के द्वारा आमंत्रित वक्ता डॉ. आनंद कुमार का आभार व्यक्त किया गया और वक्ता के द्वारा बताये गए तथ्यों का सार प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के परंपरा के अनुसार महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा डॉ. आनंद कुमार का सम्मान प्रशस्ति पत्र और स्वामी विवेकानंद का पुस्तक भेंट स्वरूप देकर किया गया।इस कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय के हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री विनितेश गुप्त ने के द्वारा किया गया। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय में आज रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के पहले दिन का व्याख्यान संपन्न हुआ। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा के द्वारा पीएचडी परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर महाविद्यालय के सभा कक्ष में आज 24 जुलाई को महाविद्यालय के आइक्यूएसी सेल और रिसर्च सेल के संयुक्त तत्वाधान में रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर पांच दिवसीय सेमिनार के पहले दिन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक एवं अन्य जगहों से आए प्रतिभागी उपस्थित थे।आज के इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. अनिल सिन्हा प्रोफेसर राजीव गांधी शासकीय महाविद्यालय अंबिकापुर रहे, जिनके द्वारा इंट्रोडक्शन टू रिसर्च टाइप्स ऑफ़ रिसर्च विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के द्वारा महाविद्यालय की परंपरा के अनुरूप आमंत्रित वक्ता डॉ. अनिल सिन्हा का स्वागत पौधा देकर किया गया।कार्यक्रम के शुरुआत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने डॉ. अनिल सिन्हा का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा की अगर आपको पीएचडी क्षेत्र में आगे बढ़ना है तो सबसे पहले रिसर्च शब्द का अर्थ जानना होगा तभी पीएचडी करने के बारे में आप सोच सकते हैं। पीएचडी करने से आउटकम आना चाहिए तभी आपके रिसर्च की सार्थकता सिद्ध होगी। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को ध्यान से बातों को सुनने और उसे आत्मसात करने की बात कही ताकि पीएचडी करते हुए आपको भविष्य में किसी भी तरह का समस्या ना हो और आप अच्छे से पीएचडी प्रक्रिया का सफलतापूर्वक निर्वाह कर सकें।अगली कड़ी में आमंत्रित वक्ता डॉ. अनिल सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा की रिसर्च एक संजीदा विषय है। पीएचडी कर लेना बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस कार्य में बहुत सूझ-बूझ की आवश्यकता होती है। यूजीसी के नियमों का पूर्ण रुप से पालन करते हुए एनइपी 2020 के अनुसार पीएचडी पाठ्यक्रम बनाया गया है। पीएचडी में चयन होने के लिए 50% न्यूनतम अंक लाना अनिवार्य है। नेट,सेट और कोड 28 वालों को सीधे चयन में जाने का मौका मिलेगा। पीएचडी में चयन के बाद 6 महीने का रिसर्च सेंटर में कोर्स वर्क करना होगा इसके बाद ही आपको पीएचडी में एडमिशन मिलेगा। रिसर्च एक पुनः खोज है जिसका अर्थ खोज करना, गवेसणा करना, अनुसंधान करना और अनुशीलन करना होता है। शोध उस प्रक्रिया अथवा कार्य का नाम है जिसमें बुद्धिपूर्वक प्रयत्न से तथ्यों का संकलन कर सूक्ष्मग्राही एवं विवेचक बुद्धि से उसका अवलोकन, विश्लेषण करके नए तथ्यों या सिद्धांतों का उद्घाटन किया जाता है। आगे उन्होंने शोध के प्रकार, शोध की विशेषताएं, शोध प्रक्रिया के चरण, अनुसंधान के नैतिक मूल्य, शोध प्रक्रिया के नैतिक मुद्दों, अनुसंधान में आने वाली त्रुटियों, शोध नैतिकता की विशेषताएं एवं अनुसंधान के उद्देश्य पर विस्तृत प्रकाश डाला। अंत में उन्होंने पीएचडी प्रक्रिया में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को अपनी ओर से असीम शुभकामनाएं दी।अगली कड़ी में महाविद्यालय के भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री विनितेश गुप्त के द्वारा आमंत्रित वक्ता डॉ. अनिल सिन्हा का आभार व्यक्त किया गया और वक्ता के द्वारा बताये गए तथ्यों का सार प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के परंपरा के अनुसार महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा ने डॉ. अनिल सिन्हा का सम्मान प्रशस्ति पत्र और स्वामी विवेकानंद का पुस्तक भेंट स्वरूप देकर किया।इस कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापक सुश्री प्रज्ञा सिंह राजपूत के द्वारा किया गया। ... See MoreSee Less
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𝐅𝐈𝐕𝐄 𝐃𝐀𝐘𝐒 𝐒𝐄𝐌𝐈𝐍𝐀𝐑 𝐎𝐍 𝐑𝐄𝐒𝐄𝐀𝐑𝐂𝐇 𝐌𝐄𝐓𝐇𝐎𝐃𝐎𝐃𝐎𝐋𝐎𝐆𝐘 𝐀𝐍𝐃 𝐈𝐓𝐒 𝐏𝐑𝐎𝐂𝐄𝐒𝐒:संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा द्वारा पीएच.डी प्रवेश परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर केआर टेक्निकल कॉलेज अंबिकापुर के आईक्यूएसी और रिसर्च सेल के संयुक्त तत्वाधान में रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर 24 जुलाई 2023 से 28 जुलाई 2023 तक पांच दिन का एक सेमिनार आयोजित कर रहा है जिससे इस अंचल के वे छात्र-छात्राएं जो रिसर्च के फील्ड में आगे बढ़ते हुए संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा से पीएच.डी करना चाहते है उन्हें इसका लाभ मिल सकें। इस सेमिनार में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को महाविद्यालय के आईक्यूएसी और रिसर्च सेल के द्वारा सहभागिता प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा। इस सेमिनार में वो सभी भाग ले सकते है जो पीएच.डी प्रवेश परीक्षा 2023 का फॉर्म भर रहे है। इस सेमिनार में पंजीयन के लिए इस लिंक का प्रयोग करें :bit.ly/krtcRitesh Verma Rinu Jain ... See MoreSee Less
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आज महाविद्यालय में कैरियर डेवलपमेंट एण्ड प्लेसमेंट सेल और फैकल्टी डेवलपमेंट सेल के संयुक्त तत्वाधान में FDP प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक और अशैक्षणिक स्टाफ को SWAYAM पोर्टल में संचालित विभिन्न कोर्सेज से अवगत कराना था ताकि महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक और अशैक्षणिक स्टाफ अपने स्किल को और बढ़ा सकें साथ ही साथ महाविद्यालय के सभी छात्रों को SWAYAM पोर्टल और इस पोर्टल में संचालित विभिन्न कोर्सेज से अवगत करा कर छात्रों को उनकी रूचि के अनुसार SWAYAM पोर्टल पर संचालित कोर्स में पंजीयन के लिए प्रेरित कर सकें। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक और अशैक्षणिक स्टाफ़ मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने SWAYAM और NPTEL पोर्टल से सभी स्टाफ को अवगत कराया और बताया की केंद्र सरकार द्वारा चलाया जा रहा SWAYAM पोर्टल शिक्षा व्यवस्था को Digital बनाने और दूरदराज के क्षेत्रों में पहुंचाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। SWAYAM पोर्टल देश भर में Free Online पाठ्यक्रम प्रदान करता है। सरकार चाहती है की शिक्षा को पूरे देश में गुणवत्ता के साथ फैलाया जाए इसलिए सरकार का प्रयास है कि शिक्षा को और बेहतर बनाने के साथ-साथ शिक्षा को डिजिटलीकरण के साथ आगे बढ़ाया जाए। जिसके माध्यम से शिक्षक किसी विशेष विषय के बारे में ज्ञान को सुधारने या प्राप्त करने के लिए खुद को पोर्टल पर पंजीकृत कर सकते हैं। कार्यक्रम में आगे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने सभी स्टाफ को सम्बोधित करते हुए बताया की NPTEL, MHRD की एक परियोजना है जो IIT से सीखने के अभी उम्मीदवारों को quality education प्रदान करने के लिए भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर के साथ सात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (Bombay, Delhi, Kanpur, Kharagpur, Madras, Guwahati and Roorkee) द्वारा शुरू की गई है। NPTEL का मुख्य लक्ष्य इंजीनियरिंग और विज्ञान की सभी प्रमुख शाखाओं में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तरों पर वेब और वीडियो पाठ्यक्रम बनाना है। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने आगे बताया की ऐसे स्टाफ या छात्र जो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के प्रोफेसर्स से पढ़ना चाहते थे लेकिन किसी कारणवश नहीं पढ़ सके वो अब इस पोर्टल के माध्यम से पढाई कर अपना सपना पूरा कर सकते हैं। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी स्टाफ को SWYAM NPTEL पोर्टल पर अलग अलग विषय के कोर्स और उन कोर्स में कैसे पंजीयन करना है प्रैक्टिकली बताया। अंत में प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा ने सबको शुभकामनायें दी और इस प्लेटफार्म में जल्द से जल्द पंजीयन कर कोर्स पूरा करने की सलाह दी।महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन ने अपने सम्बोधन में सभी को योजना आयोग के द्वारा जारी किये गए नोटिफिकेशन के बारे में विस्तार से बताया और सबको इसमें कार्य करने के लिए प्रेरित किया। ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
𝐓𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐬𝐮𝐥𝐭𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐥𝐚𝐜𝐞𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐝𝐫𝐢𝐯𝐞 𝐡𝐞𝐥𝐝 𝐚𝐭 𝐨𝐮𝐫 𝐜𝐨𝐥𝐥𝐞𝐠𝐞 𝐜𝐚𝐦𝐩𝐮𝐬 : The name of the selected students are: 1) Anjali Prajapati (Graphic designer)2) Priyank yadav (Graphic designer)3) Kalpana Sharma (Business Development trainee)4)Surya Prakash Nagbanshi (Graphic designer)5) Kamta shah (Designer trainee) We want to express our gratitude for Aarambh Advertisers support throughout the entire placement programme. Their recruitment drive has been an enriching experience for our students and, we are hoping to have a long-lasting arrangement for having this programme every year in our college by Aarambh Advertisers.Ritesh Verma Rinu Jain ... See MoreSee Less
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किसान भाई मन के आस्था, पूजा अऊ छत्तीसगढ़ महतारी के आशीर्वाद ले ये तिहार राज्य मा सुख–समृद्धि के सुघ्घर मिठास लाए।जम्मो भाई–बहिनी मन ला छत्तीसगढ़ी लोकपरब हरेली तिहार के गाड़ा–गाड़ा बधाई।धान के कटोरा हमर छत्तीसगढ़ हमेशा धन–धान्य ले भरे रहाय, मे ईही कामना करत हव।जय छत्तीसगढ़ ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! ANSHIKA PATKARB.COM PART ONEscored 72.83% marks and got second position in the college!!Nothing can stop you from reaching your goals as long as you work hard. Your goals are simply dedication and determination away.Congratulations!! ANSHIKA ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! RUNAM KUMARIB.COM PART ONEscored 73.33% marks and got first position in the college!!We are extremely proud of all your academic performances, thank you for never giving up. What a wonderful achievement to top your class, kudos!Congratulations!! RUNAM ... See MoreSee Less
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आज विश्व युवा कौशल दिवस "Skilling Teachers, Trainers and Youth for a transformative future" थीम पर पूरे विश्व में मनाया जा रहा है, इस अवसर पर आज महाविद्यालय में आईक्यूएसी और फैकल्टी डेवलपमेंट सेल के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय के शिक्षकों के लिए "मोबाइल का प्रयोग करके ऑडियो-वीडियो प्रेजेंटेशन कैसे बनाएं" विषय पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के द्वारा स्किल ट्रेनिंग प्रदान किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, सभी विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक और कार्यालयीन स्टॉफ उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर रितेश वर्मा ने महाविद्यालय के सभी स्टाफ को सम्बोधित करते हुए कहा की आज के समय में केवल ज्ञान हासिल करना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि हमारे अंदर कौशल का होना भी बहुत जरुरी है। यदि हमारे ज्ञान नहीं है लेकिन हमारे अंदर कौशल है तो हम अपने कौशल के दम पर बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।कार्यक्रम में आगे महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा ने महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक और अशैक्षणिक स्टॉफ को मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से बहुत ही आसान तरीके से प्रोजेक्टर के माध्यम से स्टेप बाय स्टेप ऑडियो-वीडियो प्रेजेंटेशन बनाना सिखाया। उन्होंने सबसे पहले बताया की हमारे पास एक स्क्रिप्ट होनी चाहिए, फिर हम उस स्क्रिप्ट के लिए ऑडियो और इमेज डिज़ाइन करेंगे फिर हम इन सभी को एक साथ प्रेजेंटेशन में जोड़ देंगे। ये सभी प्रोसेस उन्होंने प्रायोगिक तौर पर सिखाया, जिसे महाविद्यालय के सभी स्टाफ ने जल्द ही सीख लिया। अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य ने सभी को एक टास्क देकर कार्यक्रम का समापन किया और सीख दी की अपने स्किल को बढ़ाने का हमेशा प्रयास करते रहना चाहिए। ... See MoreSee Less
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World Youth Skills Day! 🌍💪 Join us after the 12th and unlock your potential. ... See MoreSee Less
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Congratulations!! Mayank GuptaBA FINAL YEARscored 67.77% marks and got first position in the college!!“Congratulations! We're so very proud of you!”Congratulations!! Mayank ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! Anushka KumariBCOM SECOND YEARscored 68.66% marks and got first position in the college!!“Your hard work and perseverance have paid off. Congratulations!”Congratulations!! Anushka ... See MoreSee Less
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Congratulations!! Satyawan SinghBCA FINAL YEARscored 81.20% aggregate marks and got third position in the college!!“Your hard work and perseverance have paid off.”Congratulations!! Satyawan ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! Anjali PrajapatiBCA FINAL YEARscored 81.81% aggregate marks and got second position in the college!!“You’ve done it! Congrats on your incredible accomplishment!”Congratulations!! Anjali ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! Divyakirti JaiswalBCA FINAL YEARscored 83.35% aggregate marks and got first position in the college!!“Your results are forcing everyone to feel proud of you. We are extremely proud of you, keep moving forward like this. God bless you.”Congratulations!! Divyakirti ... See MoreSee Less
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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मानकों के अनुरूप कॉलेज कोड 28 के परिपालन नियम के तहत नियुक्तियों हेतु आवेदन आमंत्रित है। आवेदन दिनांक 15/07/2023 तक कार्यालयीन समय 5:00 बजे तक सीधे कार्यालय में जमा किये जा सकेंगे साथ ही साथ आवेदन krtechnical08@gmail.com पर ई-मेल भी कर सकते है।Ritesh Verma 077743 59587 ... See MoreSee Less
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संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा अम्बिकापुर: पीएच.डी. प्रवेश परीक्षा 2023 अधिसूचना ... See MoreSee Less
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विशेष छात्रवृति योजना:सत्र 2023-24 में संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर के संबद्ध केआर टेक्निकल कॉलेज अंबिकापुर में प्रवेश हेतु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आरंभ है। महाविद्यालय सभी कोर्स में सभी छात्रों को विशेष छात्रवृति योजना के तहत शुल्क में विशेष छूट प्रदान कर रहा है।साथ ही महाविद्यालय एक ओर जहां महाविद्यालय में अध्ययनरत उन छात्रों को लिफ्टिंग हैंड स्कॉलरशिप प्रदान कर रहा है जो अपनी कक्षाओं में अव्वल आएं है वहीं दूसरी ओर किसी भी वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को भी हेल्पिंग हैंड स्कॉलरशिप दे रहा है। इसके साथ ही एक ही परिवार के भाई और बहन यदि महाविद्यालय में एक साथ प्रवेश लेते है तो उनको भी बॉन्डिंग हैंड स्कॉलरशिप दिया जा रहा है।ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक (UG):www.sggcg.in/public/home/admission_sec/2ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक (PG):www.sggcg.in/public/home/admission/1सत्र 2023-24 में हमारे महाविद्यालय में प्रवेश हेतु जानकारी के लिए 8435061866, 9926020334 और 9926513170 पर हमारे कैरियर सलाहकार से बात करें या महाविद्यालय में आकर मिलें या हमें 07774359587 पर व्हाट्सएप्प करें। ... See MoreSee Less
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समृद्ध, सुरक्षित व स्वस्थ समाज की स्थापना तथा आर्थिक विकास के लिए जनसंख्या स्थिरीकरण अत्यंत आवश्यक है। आइए, आज 'विश्व जनसंख्या दिवस' के अवसर पर जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जन-जागरण का प्रण लें।NSS Chhattisgarh ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय के इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब के द्वारा किए जाने वाली गतिविधियां .....सत्र 2022- 23 में महाविद्यालय में प्रवेश लें और महाविद्यालय के इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब से जुड़कर लोगो को मतदान के लिए प्रेरित करें जिससे शत प्रतिशत मतदान होकर भारत के नागरिक अपने लिए उस सरकार को चुन सके जो जनता के लिए और जनता के हित में कार्य करके देश को आगे बढ़ाने में अपनी महती भूमिका अदा कर सकें। महाविद्यालय में प्रवेश लेकर अपना सर्वांगीण विकास करने और प्रवेश से संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए आज ही हमें WhatsApp करें या महाविद्यालय में मिलें।077743 59587NSS Chhattisgarh ... See MoreSee Less
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UG ADMISSION OPEN 2023-24:सत्र 2023-24 में संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर के संबद्ध केआर टेक्निकल कॉलेज अंबिकापुर में संचालित स्नातक (BCA, BBA, B.Sc. Bio, B.Sc. Mathematics, B.Sc. Computer Science, B.Com., B.Com. Computer Application, BA और BA Computer Application) के प्रथम वर्ष एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम (DCA) के द्वितीय चरण में प्रवेश हेतु विश्वविद्यालय के पोर्टल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया प्रारंभ है । द्वितीय चरण में प्रवेश हेतु ऑनलाइन पंजीयन एवं आवेदन की अंतिम तिथि 15-07-2023 तक रहेगी।प्रवेश के जानकारी के लिए इस फॉर्म को भरें:forms.gle/mNg1uTKa53Uewcu8Aऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक:www.sggcg.in/public/home/admission_sec/2सत्र 2023-24 में हमारे महाविद्यालय में प्रवेश हेतु जानकारी के लिए 8435061866, 9926020334 और 9926513170 पर हमारे कैरियर सलाहकार से बात करें या महाविद्यालय में आकर मिलें या हमें 07774359587 पर व्हाट्सएप्प करें।Ritesh Verma Rinu Jain ... See MoreSee Less
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PG ADMISSION OPEN 2023-24:सत्र 2023-24 में संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर के संबद्ध केआर टेक्निकल कॉलेज अंबिकापुर में संचालित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (M.Sc. BOTANY, M.Sc. ZOOLOGY, M.Sc. CHEMISTRY, M.Sc. MATHS, M.Sc. CS, M.Sc. IT, MCOM और MSW) के प्रथम सेमेस्टर एवं पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम (PGDCA और PGDBM) में प्रवेश हेतु विश्वविद्यालय के पोर्टल में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आरंभ है, जिसकी अंतिम तिथि 12 जुलाई 2023 है। प्रवेश के जानकारी के लिए इस फॉर्म को भरें:forms.gle/3FZuninpYSKBUzRj6ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक:www.sggcg.in/public/home/admission/1सत्र 2023-24 में हमारे महाविद्यालय में प्रवेश हेतु जानकारी के लिए 8435061866, 9926020334 और 9926513170 पर हमारे कैरियर सलाहकार से बात करें या महाविद्यालय में आकर मिलें या हमें 07774359587 पर व्हाट्सएप्प करें।Ritesh Verma Rinu Jain Sanju Sanjeev Toppo Vinitesh Gupt Afroz Ansari Vedprakash Patel Krtc Ambikapur Ambikapur, India ... See MoreSee Less
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आज महाविद्यालय के अध्ययनरत और भूतपूर्व छात्र-छात्राओं के लिए महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन के मार्गदर्शन और प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के निर्देशन में "कैरियर डेवलपमेंट एवं प्लेसमेंट सेल" एवं आरंभ एडवरटाइजर अंबिकापुर के संयुक्त तत्वधान में प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया गया । इस कैंप में Business Development Manager, Business Development Executive, Office Management, Accounts Management, Marketing Management और Production Management पद के लिए आवेदन आमंत्रित किये गए थे, जिसमें छात्र-छात्राओं के कौशल को मुख्य रूप से Digital Marketing, Social media Management, Graphic Designing (Corel Draw, Canva, Adobe Illustrator, Photoshop), Tally, Microsoft Office (Power point, MS Excel, MS Word ) और Google Workspace ( Google Slides, Google Sheets) के कसौटी पर परखा गया। इस कैंप में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आरंभ एडवरटाइजर के डायरेक्टर व फाउंडर अंकित मिश्रा, सी.ई.ओ व को-फाउंडर शांतनु मिश्रा, सी.एस.ओ दीपक मिश्रा और डिजिटल मार्केटिंग हेड अभिनव प्रताप सिंह ने महाविद्यालय के छात्रों को विभिन्न कसौटियों पर परखा, उनके प्रैक्टिकल कॉसेप्ट को जांचा और इंटरव्यू लिया। तीन राउंड में चले सलेक्शन प्रोसेस में महाविद्यालय के 23 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता दर्ज किया, जिसका अंतिम सलेक्शन सूची कुछ ही दिनों में आरंभ एडवरटाइजर के द्वारा जारी किया जाएगा।इस आयोजन में कैरियर डेवलपमेंट एवं प्लेसमेंट सेल के संयोजक एवं कंप्यूटर विज्ञान विभाग के विभागप्रमुख अफ़रोज़ अंसारी, आईटी विभाग के विभागप्रमुख श्री वेद प्रकाश पटेल, कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग के विभागप्रमुख संदीप डे और आईटी विभाग के सहायक प्राध्यापक फैजुल हुडा ने अपना अमूल्य योगदान दिया। ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय के यूथ रेड क्रॉस इकाई के द्वारा किए जाने वाली गतिविधियां .....महाविद्यालय में प्रवेश लें और महाविद्यालय के यूथ रेड क्रॉस इकाई से जुड़कर यूथ रेड क्रॉस के आदर्श वाक्य "समाज की सेवा" को आत्मसात करके अपना सर्वांगीण विकास करें। महाविद्यालय में प्रवेश लेने और प्रवेश से संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए WhatsApp करें। 077743 59587 ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! Bindu SinghB.Sc.Final Year (BIO)scored 81.11% aggregate marks and got third position in the college!!You have made yourself and your parents proud of you. Many many congratulations to you..Congratulations!! Bindu ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! Aditi Gupta B.Sc.Final Year (BIO)scored 83.27% aggregate marks and got second position in the college!!Your scores has already shown how much hard work and dedication you have put in your studies. Keep it up!Congratulations! Aditi ... See MoreSee Less
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Congratulations!! SIDDHARTH KUMARB.Sc. Final Year (MATHEMATICS)scored 73.27% aggregate marks and got first position in the college!!Exams may come and go but your hard work, dedication are the qualities that always stay with you and motivate you.Congratulations!! SIDDHARTH ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! DEEPAK RAMB.Sc.Final Year (COMPUTER SCIENCE)scored 73.55% aggregate marks and got first position in the college!!This exam may not be one of the biggest exams of you life. But yes these marks will boost your hard work in the path of Success. Proud of you!Congratulations!! DEEPAK ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
Congratulations!! CHANCHAL BHAGATB.Sc.Final Year (BIO)scored 83.94% aggregate marks and got first position in the college!!By topping in your exam you have proved that you have the capability and talent to reach heights of success. Congratulations! CHANCHAL ... See MoreSee Less
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ऐसे युवा जिनकी आयु 01 अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष पूर्ण हो गया हो वे सभी मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाकर आगामी विधानसभा निर्वाचन 2023 में शत प्रतिशत मतदान में भाग लेंᴱˡᵉᶜᵗᵒʳᵃˡ ᴸⁱᵗᵉʳᵃᶜʸ ᶜˡᵘᵇᴷᴿ ᵀᵉᶜʰⁿⁱᶜᵃˡ ᶜᵒˡˡᵉᵍᵉ ᴬᵐᵇⁱᵏᵃᵖᵘʳSveep Surguja ... See MoreSee Less
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वर्ष (मार्च-अप्रैल) 2023 में आयोजित बी.एससी. भाग तीन परीक्षा का परीक्षा परिणाम (संवीक्षाधीन) हुआ घोषित........krtc.co.in/result-2022-23/BSC-FINAL-YEAR-KR-TECHNICAL-COLLEGE-AMBIKAPUR.pdfऑनलाइन रिजल्ट लिंक:resulthour.com/cg/sarguja-university/b-sc-part-three-1023-3ydc/113002.html ... See MoreSee Less
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5 months ago

KR Technical College,Ambikapur Chhattisgarh
PLACEMENT CAMP:आरंभ एडवरटाइजर इन जॉब पोजीशन:🌞Business Development Manager🌞Business Development Executive🌞Office Management🌞Accounts Management🌞Marketing Management🌞Production Managementके लिए केआर टेक्निकल कॉलेज अंबिकापुर में अध्ययनरत और भूतपूर्व छात्र-छात्राओं के लिए 08 जुलाई 2023, दिन शनिवार को समय सुबह 10:30 बजे से महाविद्यालय में "कैरियर डेवलपमेंट एवं प्लेसमेंट सेल" के संयुक्त तत्वधान में प्लेसमेंट कैंप का आयोजन कर रहा है । कैरियर डेवलपमेंट एवं प्लेसमेंट सेलकेआर टेक्निकल कॉलेज अंबिकापुर ... See MoreSee Less
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महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा किए जाने वाली गतिविधियां .....महाविद्यालय में प्रवेश लें और राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़कर "मैं नहीं आप" की भावना से सामाजिक सरोकारों से जुड़कर अपना सर्वांगीण विकास करें।प्रवेश लेने और प्रवेश से संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए WhatsApp करें।077743 59587 ... See MoreSee Less
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