
आज महाविद्यालय में नव प्रवेशित छात्र छात्राओं के लिए दीक्षारंभ कार्यक्रम 2022 का आयोजन संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर छत्तीसगढ़ के माननीय कुलसचिव श्री बिनोद कुमार एक्का के मुख्य आतिथ्य में किया गया । कार्यक्रम में शासी निकाय के अध्यक्ष श्री कांत दुबे, सलाहकार श्री राहुल जैन, डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन, प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा, महाविद्यालय के आईक्यूसी समन्वयक श्री बिनय अम्बस्ट, सभी विभागों के विभागप्रमुख, सभी विभागों के सहायक प्राध्यापक और कार्यालयीन स्टाफ उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में सत्र 2021-22 के महाविद्यालय में विभिन्न कक्षाओं में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के पालकगण भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना का गायन किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में एमएससी तृतीय सेमेस्टर वनस्पति शास्त्र के छात्र-छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं बीए प्रथम वर्ष की छात्रा नेहा विश्वकर्मा द्वारा स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता श्री बिनोद कुमार एक्का ने नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं ,मंचस्थ अतिथियों एवं सभी प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा की केआर टेक्निकल कॉलेज विगत 15 वर्षों से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहा है। उन्होंने महाविद्यालय को छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने और सर्वांगीण विकास पर ध्यान देने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज इस दीक्षारंभ कार्यक्रम में देखने से लगता है की यहाँ अध्ययन करने में छात्रायें हर क्षेत्र में आगे है । नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए उन्होंने कहा कि जीवन इतना आसान नहीं है, यहां केवल किताबी ज्ञान लेकर नहीं चलना, अपितु ज्ञानी बन कर निकले। उन्होंने कहा की जीवन में अपने बातों पर अडिग रहें, क्योंकि अडिग रहने पर निरंतर प्रयास करने से ही सफलता मिलती है। उन्होंने नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को कहा अपने जीवन में गंभीरता लाएं, विषय को जाने एवं अपने कैरियर का सही चुनाव करें। उन्होंने मेहनत हो महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी आत्मसात करें इन सबके लिए लगन और जज्बा की आवश्यकता है। प्रतिभा अभ्यास से ही निखर कर सामने आती है । संसार में कोई भी वस्तु मुफ्त में नहीं मिलता उसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। आगे उन्होंने छात्र छात्राओं को अध्ययन करने के अन्य अनेकों तरीके बताया। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव से कहा की सरगुजा अंचल में बच्चों की भाषा शैली कमजोर है इसलिए लेखन शैली का विकास करें एवं समय का ध्यान रखें समय किसी के लिए नहीं रुकता । उन्होंने अपने उद्बोधन से पहले विगत सत्र में अपने कक्षा में प्रथम लाने वाले छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया ।
इससे पहले कार्यक्रम के आरम्भ में महाविद्यालय के शासी निकाय के चेयरमैन श्रीकांत दुबे ने माननीय कुलसचिव महोदय का स्वागत करते हुए और छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन बहुत हर्ष का विषय है। भारत प्राचीन काल में विश्व गुरु था और उसके दो महत्वपूर्ण बिंदु रहे सेवा और त्याग। इन दोनों बिंदुओं पर हम शिक्षा के माध्यम से ही बहुत सकते हैं । आगे उन्होंने अपने संबोधन में कहा महाविद्यालय में आप सभी छात्र सहानुभूति एवं सत्य की भावना सीखें और निरंतर प्रगति करते रहें।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा मुख्य अतिथि, सभी प्राध्यापकों, पालकों एवं छात्र छात्राओं का स्वागत किया और संबोधित करते हुए पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से महाविद्यालय का 2008 से वर्तमान तक की प्रगति को सबके समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में कई छात्र-छात्राएं गोल्ड मेडल प्राप्त किये हैं। हमारा महाविद्यालय कृष्ण आभा शिक्षण समिति द्वारा संचालित है एवं संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय से संबद्ध है, हमारे महाविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष एवं स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में इस वर्ष 400 प्लस एडमिशन हो चुके हैं। आगे उन्होंने महाविद्यालय में संचालित सभी विभागों एवं फैकेल्टी का परिचय दिया साथ ही संचालित पाठ्यक्रम के साथ-साथ VAC कोर्स के बारे में भी बताया। उन्होंने महाविद्यालय के टीचिंग प्लान, लाइब्रेरी, लैब, इ-कॉलेज, ई- लाइब्रेरी आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया । साथ ही शीघ्र एवं धीरे सीखने वाले बच्चों के लिए महाविद्यालय के द्वारा अलग-अलग शिक्षण प्रक्रिया को शिक्षक अपने अध्यापन कार्य में किस प्रकार अपनाते हैं इस पर भी उन्होंने प्रकाश डाला । महाविद्यालय के छात्रों द्वारा कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न प्रकार के उल्लेखनीय कार्य किया गया था जिसका जिक्र उन्होंने अपने वक्तव्य के दौरान किया। उन्होंने महाविद्यालय की शासी निकाय समिति के द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार टॉपर स्टूडेंट को छात्रवृत्ति योजना के विषय में बताया, जिसमें छात्र छात्राओं के शैक्षणिक शुल्क को शून्य कर दिया गया है। उन्होंने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा हासिल किए गए विभिन्न उपलब्धियों के बारे में बताया, साथ ही उन्होंने बताया की वार्षिक कॉलेज पत्रिका और रिसर्च जनरल का प्रकाशन एवं छात्र-छात्रों के प्लेसमेंट के लिए महाविद्यालय के आईटी क्लब के द्वारा एक स्टार्टअप आरम्भ करना महाविद्यालय की भावी योजना है। उन्होंने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि दीक्षारंभ का यह अर्थ है कि अभी भी समय बिगड़ा नहीं है, यदि आपकी विद्यालयी शिक्षा जैसा भी रहा हो, आपने जितना भी अंक अर्जित किया हो, वह सब भूल जाएं महाविद्यालयीन शिक्षा में आपका प्रवेश हो रहा है, आप सभी 3 वर्षीय पाठ्यक्रम में शामिल होकर विश्वविद्यालय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में स्वीप के नोडल अधिकारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्री विनितेश गुप्त ने प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हम छात्र छात्राओं के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं । उन्होंने महाविद्यालय के एनएसएस के छात्र द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करने का उल्लेख करते हुए महाविद्यालय में विगत वर्षों में हुए विभिन्न कार्यक्रम वार्षिक उत्सव, होली सम्मेलन, क्रिसमस सेलिब्रेशन, मेडिकल कैंप, मोनो एक्ट, एकल गायन ,खेल उत्सव, विधिक साक्षरता आदि को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार पूर्वक बताया। आगे उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख भी किया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों से संबंधित विभागाध्यक्ष एवं सहायक प्राध्यापक द्वारा अपने-अपने विभाग का विजन, मिशन एवं आउटकम तथा पाठ्यक्रम को पढ़ने, भविष्य में इस पाठ्यक्रम के आधार पर नौकरी प्राप्त करने तथा पाठ्यक्रम के अध्ययन में चुनौती एवं समस्या को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री बिनोद कुमार एक्का को महाविद्यालय के सलाहकार श्री राहुल जैन के द्वारा विवेकानंद की पुस्तक भेंट स्वरूप प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अंत में श्री राहुल जैन ने मुख्य अतिथि एवं छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया । उन्होंने कहा की माननीय कुलसचिव महोदय का आगमन निश्चित ही महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है। साथ ही साथ छात्र-छात्राओं हेतु उनका यह आगमन निश्चित ही प्रेरणा देने वाला होगा। अंत में राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ । कार्यक्रम का सफल संचालन सुश्री ज्ञान लता केरकेट्टा (सहायक प्राध्यापक इतिहास) के द्वारा किया गया।












