
के. आर. टेक्निकल कॉलेज, अंबिकापुर की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर: एक सार्थक अनुभव
के. आर. टेक्निकल कॉलेज, अंबिकापुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने 10 जनवरी 2025 से 16 जनवरी 2025 तक ग्राम पंचायत महावीरपुर में सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया। यह शिविर डायरेक्टर डॉ. रीनू जैन और प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा के मार्गदर्शन में तथा कार्यक्रम अधिकारी श्री विनितेश गुप्ता के नेतृत्व में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। शिविर का उद्देश्य ग्रामीण जागरूकता, स्वच्छता, शिक्षा और सेवा कार्यों के माध्यम से स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व विकास को प्रोत्साहित करना था।
शिविर का शुभारंभ
शिविर का उद्घाटन स्वामी तन्मयानन्द, सचिव श्री रामकृष्ण विवेकानंद सेवा आश्रम अंबिकापुर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। ग्राम सरपंच श्री बलवीर और शिक्षक श्री प्रदीप टोप्पो ने भी समारोह की शोभा बढ़ाई। उद्घाटन के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक झंडे को फहराया गया और स्वामी तन्मयानन्द ने स्वयंसेवकों को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक विकास के महत्व पर जोर दिया। महाविद्यालय शासी निकाय के उपाध्यक्ष श्री राहुल जैन ने ग्रामीण जागरूकता को प्राथमिकता देने की बात कही।
प्रथम दिन की गतिविधियाँ
स्वयंसेवकों ने प्रांगण की साफ-सफाई कर उद्घाटन की तैयारियाँ पूरी कीं। परियोजना कार्यों के साथ ही शिविर की दिनचर्या और उद्देश्यों का परिचय कराया गया।
दूसरा दिन: सेवा और जागरूकता का संकल्प
दूसरे दिन स्वयंसेवकों ने पंचायत भवन और विद्यालय परिसर में साफ-सफाई अभियान चलाया। इसके अलावा, सोख्ता गड्ढे बनाए गए और शिव मंदिर परिसर को स्वच्छ किया गया। बौद्धिक सत्र में मधुमक्खी पालन और नुक्कड़ नाटकों पर चर्चा की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा और नशा मुक्ति जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाई गई।
तीसरा दिन: राष्ट्रीय युवा दिवस का उत्सव
तीसरे दिन की शुरुआत योग और व्यायाम से हुई। स्वयंसेवकों ने नाली निर्माण और साफ-सफाई के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और नशा उन्मूलन पर जागरूकता फैलाने के लिए रैली निकाली। इस दिन कुलपति डॉ. पी.पी. सिंह ने शिविर का निरीक्षण किया और स्वयंसेवकों को प्रेरित किया। बौद्धिक सत्र में कला, साहित्य और समाजसेवा से संबंधित विषयों पर विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किए।
चौथा दिन: स्वच्छता और रचनात्मकता का मेल
चौथे दिन प्राथमिक शाला और सड़क किनारे साफ-सफाई के कार्य किए गए। बौद्धिक सत्र में पर्यावरण संरक्षण और अनुशासन के महत्व पर जोर दिया गया। फाइन आर्ट प्रशिक्षक ने मिट्टी से मूर्ति बनाने और कागज कला के माध्यम से रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया।
पाँचवा दिन: डिजिटल साक्षरता और सामुदायिक भागीदारी
पाँचवे दिन डिजिटल साक्षरता और साइबर अपराधों पर जागरूकता फैलाने के लिए सत्र आयोजित किया गया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की संचालिका ने संतुलित जीवनशैली की आवश्यकता पर चर्चा की। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्वयंसेवकों ने नुक्कड़ नाटकों और लोक नृत्यों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई।
छठवां दिन: सेवा और सामूहिक प्रयास
छठे दिन की गतिविधियों में स्वच्छता अभियान और कैंप फायर का आयोजन मुख्य आकर्षण रहे। कैंप फायर समारोह में महाविद्यालय के प्रमुख अधिकारियों और शिक्षकों ने भाग लिया और स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की।
समापन और निष्कर्ष
राष्ट्रीय सेवा योजना का यह सात दिवसीय विशेष शिविर न केवल ग्रामीण विकास और जागरूकता फैलाने में सफल रहा, बल्कि स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व विकास, अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक उत्तरदायित्व को भी बढ़ावा दिया। डायरेक्टर डॉ. रीनू जैन और प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा ने शिविर के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी और इसे छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बताया।
इस कार्यक्रम की कुछ प्रमुख झलकियां इस प्रकार रही –

































