Women’s Day 2023

महाविद्यालय में आज Women Empowerment Cell, रेड क्रॉस क्लब एवं आइक्यूएसीके संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया इस अवसर पर महाविद्यालय में हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि प्रजापति ब्रह्मा कुमारी अंबिकापुर की विद्या दीदी एवं डॉक्टर भावना गार्डिया स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं डॉ सोनल गार्डिया सर्जन रहे ।
महाविद्यालय के परंपरा के अनुरूप प्रजापति ब्रह्मा कुमारी अंबिकापुर की विद्या दीदी एवं डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा के द्वारा मां सरस्वती देवी को दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना का गायन किया गया। इसके पश्चात एमएससी की छात्र छात्राओं के द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी राज गीत अरपा वेरी की धार का गायन किया गया।
महाविद्यालय की परंपरा के अनुसार विद्या दीदी का स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा के द्वारा पौधा देकर किया गया ‌। डॉक्टर भावना गार्डिया एवं डॉ सोनल गार्डिया का स्वागत महाविद्यालय के सलाहकार राहुल जैन के द्वारा पौधा देकर किया गया।
महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा स्वागत उद्बोधन करते हुए 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के पीछे के कारणों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि पहले महिलाओं पर ज्यादा अत्याचार होते थे‌ जिस कारण समानता लाने के लिए महिला दिवस मनाया जाने लगा।इस अवसर पर माताओं बहनों एवं बच्चियों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर डॉक्टर चावला को बुलाया गया है एवं मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर विद्या देवी को बुलाया गया है‌‌। आगे उन्होंने बताया कि आज के दौर में शारीरिक स्वास्थ्य से ज्यादा महिलाएं मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं इसीलिए मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हमें मेडिटेशन पर ध्यान देना होगा। दिव्या दीदी के बारे में उन्होंने बताया कि 18 साल की उम्र से उन्होंने घर परिवार छोड़कर आश्रम से जुड़ गई और निरंतर 32 वर्षों तक संघर्ष करते हुए जनकल्याण के कार्यों को करते हुए इस मुकाम पर पहुंची है‌‌। उन्होंने कहा कि मेरा यह मानना है कि स्त्री पुरुष में कोई भेदभाव नहीं होता है ‌।व्यक्ति विशेष का महत्व होता है।यदि आप आगे बढ़ने के बारे में सोच रखते है तो कोई भी व्यक्ति आप को रोक नहीं सकता । एक बार सोच कर आगे बढ़ जाइए, उतार-चढ़ाव के बीच में आगे बढ़ना है ।संघर्ष के लिए रोना गलत है ,उन्हें मील का पत्थर बनाना है‌।कुछ कर पाना ही सफलता की निशानी है‌।चुनौती को स्वीकार कर आगे बढ़ने की बात कही। ‌ यह सोच कर कि मैं एक महिला हूं इस काम को नहीं कर सकती‌। मैं एक व्यक्ति हूं समझ कर सभी काम को कर सकती हूं, ऐसा सोच कर अपने व्यक्तित्व को उभारिये। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप जिस जगह भी रहे ,अपने व्यक्तित्व का निर्माण कर अलग पहचान बनाएं।
अगली कड़ी में प्रजापति ब्रह्मा कुमारी अंबिकापुर की विद्या दीदी ने ओम शांति कह कर अपनी बात की शुरुआत करते हुए बताया कि ओम शांति कहने से हमें शांति का एहसास होता है, और हम एक शांत हैं ऐसा बोध होता है।यह शब्द एक शक्तिशाली शब्द है।उन्होंने आगे महिला दिवस की बधाई दी और कहा कि देखा जाए तो संसार भर में महिलाओं का बहुत बड़ा रोल है अगर एक महिला सशक्त बन जाए तो वह परिवार समाज देश और संसार को आगे बढ़ा सकती है ज्यादातर महिलाएं अपने आप को कमजोर समझती हैं लेकिन समय के साथ उनमें बदलाव आया है। आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। यदि हमने सोच लिया कि कोई भी काम असंभव नहीं है तो हमें बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता और बड़े से बड़ा काम आसानी से कर सकते हैं। आगे कहा कि मन के हारे हार है मन के जीते जीत। स्वास्थ्य शिविर का शुरुआत करते हुए उन्होंने बताया कि आज पूरे विश्व में शारीरिक बीमारी से ज्यादा मानसिक बीमारी बढ़ गई है, उसका मूल कारण नकारात्मक विचार है। सकारात्मक विचारधारा से ही हम अपने अंदर के मानसिक बीमारी से लड़ सकते हैं और नकारात्मक परिस्थितियों से विजय प्राप्त कर सकते हैं। हम ध्यान और योग के द्वारा अपने शरीर और मन को स्वस्थ रख सकते हैं।
अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर रितेश वर्मा ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में उपस्थित सभी अतिथियों एवं छात्र -छात्राओं का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने आगे बताया कि सन 1960 से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत हुई‌। सन 1967 से संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा पूरे विश्व में यह दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है ‌। उन्होंने माताओं बहनों एवं छात्र- छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि हेल्थ कैंप का आयोजन आप लोगों के लिए किया गया है जिसमें आप सभी जाकर अपनी समस्याओं का निदान प्राप्त करें ।
महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा विद्या दीदी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के सलाहकार श्री राहुल जैन के द्वारा डॉ भावना गाड़ियां को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा के द्वारा डॉ सोनल गार्डिया को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय के भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री विनीत इस गुप्त के द्वारा किया गया। विशेष योगदान कंप्यूटर विभाग के सहायक प्राध्यापकश्री फैजुल हुदा, दीप डे ,वेद प्रकाश पटेल एवं अफरोज अंसारी का रहा‌। रेड क्रॉस एवं गणित विभाग की सहायक प्राध्यापक श्रीमती ज्योति सोनी का विशेष योगदान रहा।

इस कार्यक्रम की कुछ प्रमुख झलकियां इस प्रकार रही –