महाविद्यालय में आज यूथ क्लब, रेड-क्रॉस एवं आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में Y- 20 का चार दिवसीय व्याख्यानमाला कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। आज इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. रितेश सिंह एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा रहे। कार्यक्रम में महाविद्यालय के मुख्य सलाहकार श्री राहुल जैन, महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन और यूथ क्लब के प्रभारी श्री संदीप डे मौजूद थे।
कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य वक्ता डॉ. रितेश सिंह का सम्मान, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने महाविद्यालय के परंपरा के अनुरूप एक पुष्प का पौधा देकर किया। अपने स्वागत उद्बोधन में महाविद्यालय के डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन ने बताया कि Y20 कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र-छात्राओं एवं युवा शक्ति के अंदर कौशल कला का विकास करना है जिससे वे भविष्य में रोजगार प्राप्त कर देश का विकास भी कर सकें। उन्होंने आगे बताया कि जी-20 की अध्यक्षता इस बार भारत को मिली है। उन्होंने बताया की Y20 को भारत के खेल एवं युवा मामलों के मंत्री श्री अनुराग ठाकुर के द्वारा लांच किया गया है जिसमें पांच प्रमुख विषयों Future of Work, Peacebuilding and Reconciliation, Climate Change and Disaster Risk Reduction, Shared Future, Health और Wellbeing and Sports को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया की देश में Y20 में 12000 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल होंगे भारत सरकार यह चाहती है कि युवा शक्ति का सोच विकसित होकर बाहर आए।
अगली कड़ी में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ रितेश सिंह ने हेल्थ, वेल्बीइंग एंड स्पोर्ट्स विषय पर छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा की भारत में सबसे ज्यादा युवा निवास करते हैं और वे ऊर्जा के स्रोत हैं, युवा सबसे ज्यादा चीजों को ग्रहण करते हैं। कोविड-19 में आनलाइन एग्जाम की वजह से भी पढ़ाई प्रभावित हुई है जिससे छात्र छात्राओं का काफी नुकसान हुआ है। कोविड-19 के बाद युवा में सबसे ज्यादा शारीरिक और मानसिक शिकायतें देखी गयी है, उनकी सोचने व समझने की क्षमता में गिरावट आई है और शरीर व दिमाग को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा की इन सबका समाधान यह है कि अपने दिमाग और शरीर को व्यस्त रखना है और अपना दिन प्रतिदिन मानसिक विकास करना है। उन्होंने आगे कहा कि छात्र- छात्राओं के अंदर आने वाले नाकारात्मक विचार को हम खेल, व्यायाम, और योग के द्वारा दूर कर सकते हैं।
अगली कड़ी में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने छात्र-छात्राओं के समझ रिसर्च एंड इन्नोवेशन ग्लोबल, इनोवेशन ड्राइविंग इंडिया ग्रोथ विषय पर विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि हमारे देश की सरकार चाहती है कि 10 से 24 साल तक के युवाओं में कौशल कला का विकास कर आगे बढ़ाया जाए। भारत सरकार चाहती है कि छात्र-छात्राएं इनोवेशन के क्षेत्र में आगे आएं। अगर आपको नया भारत विकसित करने का सपना देखना है तो छात्र -छात्राओं को रिसर्च और इनोवेशन के क्षेत्र में आगे आना होगा। अगर आप साइंस में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप रिसर्च एंड इन्नोवेशन के क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते हैं। उन्होंने भारत सरकार के द्वारा देश के युवाओं को प्रोत्साहित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रम जैसे MANAK, PRISM, ACROSS, YUVIKA, Atal Tinkering LAB, SHARP और BARC के बारे में छात्र-छात्राओं को बताते हुए उन्हें रिसर्च और इनोवेशन के क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आगे बताया कि सरकार के विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत स्कूल और कॉलेज को उन्नत तकनीक से लैस बनाया जा रहा है जिससे आप अपने स्कूल एवं कॉलेज में ही रिसर्च और इनोवेशन कर सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के सलाहकार श्री राहुल जैन ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस चार दिवसीय कार्यक्रम के द्वारा छात्र-छात्राओं के अंदर में बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है । उन्होंने कहा की अभी जो छात्र वर्तमान में स्नातक कर रहे हैं उन्हें रिसर्च के बारे में जानना चाहिए। अगर आपके अंदर जिज्ञासा है तभी आप रिसर्च कर सकते हैं। विषय के गहराई में प्रवेश कर उसके कारण को जब तक नहीं जानेंगे तब तक आगे नहीं बढ़ सकते उन्होंने आगे कहा कि गूगल की मदद से रिसर्च कर छात्र- छात्राओं को अपने ज्ञान को बढ़ाने में पहल करनी चाहिए । उन्होंने छात्र-छात्राओं को हमेशा अपने मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करते रहने को प्रेरित किया और किसी भी मानसिक समस्या के आने पर अपने घर में और महाविद्यालय में शिक्षकों से बात करने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में श्री राहुल जैन के द्वारा मुख्य वक्ता डॉ.रितेश सिंह को महाविद्यालय के परंपरा के अनुरूप विवेकानंद जी का एक पुस्तक भेंट किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन अंग्रेजी विभाग के सहायक प्राध्यापक सुश्री प्रज्ञा सिंह राजपूत के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने मेंआईटी विभाग विभाग के विभागप्रमुख श्री वेद प्रकाश पटेल एवं सहायक प्राध्यापक श्री फैजुल हुडा का विशेष योगदान रहा।
इस कार्यक्रम की कुछ प्रमुख झलकियां इस प्रकार रही –