
महाविद्यालय में आज यूथ क्लब, रेडक्रास एवं आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में चार दिवसीय व्याख्यानमाला के चौथे अर्थात अंतिम दिन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आज इस कार्यक्रम के वक्ता जियाउर रहमान, डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन ऑफिसर सरगुजा एवं श्रीमती रीनू जैन डायरेक्टर केआर टेक्निकल महाविद्यालय अंबिकापुर रहे। कार्यक्रम में मुख्य सलाहकार श्री राहुल जैन, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा एवं रेडक्रास एवं यूथ क्लब के प्रभारी श्री संदीप थे उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में जियाउर रहमान का सम्मान महाविद्यालय के सलाहकार श्री राहुल जैन के द्वारा और श्रीमती रीनू जैन का सम्मान महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्री अफरोज अंसारी के द्वारा पौधा देखकर किया गया।
कार्यक्रम के अपने स्वागत उद्बोधन में महाविद्यालय के सलाहकार श्री राहुल जैन के द्वारा वक्ताओं का स्वागत करते हुए बताया गया कि जी-20 की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया जाना है जिसके तहत Y20 कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें युवा शक्ति को जागरूक कर रोजगार योग्य बनाना भी एक आवश्यक घटक है। उन्होंने बताया कि आज के इस कार्यक्रम में डिजिटल इंडिया एवं एनईपी 2020 के बारे में व्याख्यान होगा।
अगली कड़ी में मुख्य वक्ता जियाउर रहमान ने बताया कि डिजिटल इंडिया एक ऐसी सोच है जिसमें देश आगे बढ़ेगा। डिजिटल इंडिया भारत के सरकारी विभागों एवं भारत के लोगों को एक दूसरे के पास लाने की भारत सरकार की एक पहल है। इसकी शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं वित्त मंत्रालय के द्वारा 1 जुलाई 2015 को किया। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंच सके। इस योजना के द्वारा ग्रामीण इलाकों को उच्च गति के इंटरनेट माध्यम से जोड़ना भी है। इसके 3 घटक हैं-डिजिटल आधारभूत ढांचे का निर्माण करना, डिजिटल साक्षरता देना और इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेवाओं को जनता तक पहुंचाना। उन्होंने कहा की भारत में इसके 9 प्रमुख स्तंभ हैं-ब्रॉडबैंड हाईवे, मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए सार्वभौमिक पहुंच, पब्लिक इंटरनेट एक्सेस कार्यक्रम, ई गवर्नेंस -प्रौद्योगिकी के माध्यम से सरकार में सुधार, ई क्रांति-सेवाओं की इलेक्ट्रॉनिक की डिलीवरी, सभी के लिए सूचना, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, नौकरियों के लिए आईटी एवं अर्ली हार्वेस्ट कार्यक्रम। इन सारे घटकों से होने वाले लाभ को उन्होंने क्रम से बताया ।उन्होंने कहा की डिजिटल इंडिया का मूल उद्देश्य आईटी के तहत नौकरी और रोजगार सुनिश्चित करना, कनेक्टिविटी को बढ़ाना, लोगों तक इलेक्ट्रॉनिक साक्षरता पहुंचाना, ऑनलाइन कार्य करने के लिए प्रेरित करना। आगे उन्होंने दीक्षा योजना एवं YUVAI के बारे में भी छात्र – छात्राओं को जानकारी दी।
अगली कड़ी में दूसरे वक्ता महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन के द्वारा NEP2020 युवाओं में चुनौती और अवसर विषय पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में मानव संसाधन मंत्रालय के द्वारा एजुकेशन पॉलिसी में बदलाव लाया गया है जो इसरो प्रमुख डॉ के कस्तूरी रंजन की अध्यक्षता में किया गया है। NEP2020 के अंतर्गत सरकार ने एजुकेशन पॉलिसी में काफी सारे बदलाव किए हैं जिसका उद्देश्य भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है। NEP के तहत वर्ष 2030 तक ग्रॉस इनरोलमेंट रेटिंग को 100% लाने का लक्ष्य रखा गया है। नई शिक्षा नीति पर सकल घरेलू उत्पाद के 6% हिस्से सार्वजनिक व्यव का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा की देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए भारतीय उच्च शिक्षा परिषद नामक एकल नियामक की परिकल्पना की गई है। संगीत खेल एवं योग आदि को सहायक पाठ्यक्रम की बजाय मुख्य पाठ्यक्रम में ही जोड़ा जाएगा। एमफिल को समाप्त किया जाएगा। इसमें शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष बल दिया गया है। NEP20200 के तहत 5+3+3+4 का पैटर्न लागू किया जाएगा। स्नातकोत्तर करके सीधे शोध कार्य कर पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत कॉलेज एवं विश्वविद्यालय स्तर में नीतिगत बदलाव को लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में बदलाव के तहत सब्जेक्ट ऑप्शन, रीजनल लैंग्वेज, बेस्ट एजुकेशन,यूनिवर्सिटी डिग्री में प्रवेश एवं निकायों की सुविधा क्रेडिट बैंक सिस्टम इत्यादि को शामिल किया गया है।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा के द्वारा महाविद्यालय परिवार की ओर से सभी वक्ताओं का अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद दिया । साथ ही छात्र-छात्राओं को इस चार दिवसीय व्याख्यान से प्राप्त किए हुए ज्ञान को अपने जीवन में उतार कर लाभ लेने की बात कही। ज्यादा से ज्यादा डिजिटल सेवा का लाभ लेने की बात कही। आने वाले समय में नई शिक्षा नीति से जो लाभ देश को होगा उसकी भी बात कही।
अंत में महाविद्यालय के सलाहकार श्री राहुल जैन ने जियायुर रहमान को और प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा ने श्रीमती रीनू जैन को महाविद्यालय की परंपरा के अनुरूप एक भेंट दिया । कार्यक्रम का सफल संचालन अंग्रेजी विभाग के सहायक प्राध्यापक सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कंप्यूटर साइंस विभाग के श्री अफरोज अंसारी, आईटी विभाग के विभागप्रमुख श्री वेद प्रकाश पटेल और सहायक प्राध्यापक श्री फैजुल हुदा का विशेष योगदान रहा।
इस कार्यक्रम की कुछ प्रमुख झलकियां इस प्रकार रही –












